गुरुवार, 30 मई 2019

वात करते हैं मोदी जी प्रधानमंत्री पद की शपथ के बारे में

30 मई को नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं, 30 मई को अपरा एकादशी भी है इसका अपना धार्मिक महत्व है. अखिर क्यों मोदी अपरा एकादशी के दिन शपथ ले रहे हैं? क्या ये एक संयोग है? एकदशी तिथि के दिन शपथ होना ही शुभ है। लेकिन इस समय रात 11 बजकर 3 मिनट तक रेवती नक्षत्र का होना आगामी समय में किसी बडे़ नेता को गंभीर बीमारी होने का संकेत दे रहा है।

मित्रों जैसा कि आप जानते हैं की हर ज्योतिषी जो टीवी पर आ रहा है या राजनेताओं के साथ जुड़े हुए हैं जरुरी नहीं है कि वह अच्छे  बहुत बढ़िया  हो जिसने  भी य शाम 7:00 बजे का मुहूर्त निकाला है वह ज्यादा बढ़िया नहीं है मेरी नजर में क्योंकिउस समय 30 मई के दिन गुरुवार शाम 7 बजे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की शपथ लेने जा रहे है l प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण के समय वृश्चिक लग्न का उदय हो रहा है जो की संयोग से उनका जन्म लग्न और जन्म राशि भी है

 यह तो ठीक है वृश्चिक लग्न की कुंडली में गुरु पंचमेश है और उस पर सातवें भाव से दशमेश सूर्य और अष्टमेश बुध की दृष्टि से अच्छे फल मिलने की पूर्ण संभावना बनी हुई हैपर संप्तम का सुर्य के कारण अच्छे पलों में कमी आएगी आप देखें इस समय  सातवें भाव का स्वामी शुक्र 6भाव में है यह भाव के वारे सभी ज्योतिष मित्र अच्छी तरह से जानते हैं 8वे भाव का ग्रह संप्तम में है यह भी  ठीक नहीं ऐसा कौन सा समय है जिस पर  मोदी जी प्रधानमंत्री की क्योंकि स्शपथ लेंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा वह समय है

 12:01 जो कि समय सिंह लग्न बन रहा है जो कि स्थिर लग्न भी है और सूर्य बुध दशम में है बृहस्पति सुखवा में है जोगी बहुत बढ़िया योग है और चंद्रमा से भी बृहस्पति नवम भाव में है 2 ग्रह को छोड़कर बाकी सारे ग्रह केंद्र से त्रिकोण से संवन्घ रख रहे है उस समय तो निर्धारित हो चुका है तो इस पर मोदी जी क्या उपाय कर सकते हैं मोदी जी को चाहिए कि वह अपने ईस्ट के सामने 12:01 से लेकर 12:15 तक मनसे शपथ ग्रहण करें तो उनके लिए बहुत अच्छा होगा

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