सोमवार, 28 नवंबर 2016

सच्चा सुलेमिनी पत्थर भी नजर पुराने जमाने मे राजा महाराजा अपने अपने अनुसार सुलेमान की चीजो का प्रयोग करना जानते थे,सुलेमान के पत्थर सुलेमान की खासियत है,कारण सुलेमान की जमीन ही पुराने जमाने के पीर फ़कीरो की साधना जमीन रही है,बडे बडे जिन्नात वाले साधन सुलेमान से ही प्राप्त होते है। सुलेमानी तलवार के बारे मे खूब किस्से कहानी मिलते है,वह तलवार किसी भी शैतानी ताकत को काटने की हिम्मत रखती थी। खैर अब तीर तलवार का जमाना चला गया है लेकिन सुलेमान का तरासा हुआ पत्थर जो खास किस्म का होता है,आज भी नजर दोष पति पत्नी की अनबन दुकान घर मे लगी नजर आदि के काम आता है। जो लोग शमशानी स्थानो के आसपास रहते है या जो महिलाये अधिकतर पर्दे मे रहती है,या जो लोग किसी न किसी कारण से मशहूर हो गये होते है,उन लोगो के लिये शैतानी आंख अनदेखे हथियार की तरह से मारने के काम आती है,महिलाओ मे सिरदर्द की बीमारी हो जाना,उल्टी आदि होने लगना,अनाप सनाप बकने लगना,किसी को कुछ भी कहने लग जाना,अगर बच्चे को दूध पिलाने वाली महिलाये है तो उनके दूध का अचानक सूखने लग जाना,भूख नही लगना,हमेशा बुरे बुरे ख्याल आते रहना,कामुकता का अधिक पैदा हो जाना,जननांग को खुजलाने की आदत लग जाना,योनि का हमेशा गीला रहना,बाथरूम मे अधिक समय का लगना,बाल खुल्ले रखने की आदत बन जाना,किसी न किसी अंग का लगातार फ़डकते रहना,अचानक रोने का मन करना,कभी अचानक बिना बात के ही हंसी आजाना,किसी के गिरने पडने पर मजा आना,ऊंचे स्थान पर जाने के बाद नीचे कूद जाने का मन करना,खतरे से खेलने के लिये मन मे उतावलापन होना,अपने ही रखवालो को अपने से दूर करने के लिये कठोर बात करने लग जाना,लडने झगडने की आदत बन जाना,भोजन मे अधिक खटाई का प्रयोग करने लग जाना,छाछ आदि की पीने की इच्छा रखना,घर की महिलाओ से अकारण ही बैर भाव पाल लेना,अपनी सन्तान का ख्याल नही रखना,दूसरो की बातो मे समय को निकालना,नाखून चबाते रहना आदि बाते देखने को मिलती है। इसी प्रकार से दुकानदारी के चलते चलते अचानक बन्द हो जाना,ग्राहक का आना लेकिन कुछ समय बाद उसका मन बदल जाना और बिना कुछ खरीदे वापस चले जाना,खुद की दुकान से सस्ता सामान नही खरीदना अगल बगल वाली दुकान से महंगा सामान खरीद कर ले जाना,दुकान के सामने किसी न किसी प्रकार से गंदगी का होना,कुत्तो का अधिक आना जाना लग जाना,दुकान या व्यवसाय स्थान के गेट पर कुत्तो का पेशाब करने लग जाना,वाहन पर कुत्तों का पेशाब करने लग जाना,घर के अन्दर काली बिल्ली का रात को आना,छत पर बिल्लिया आपस में लडने लग जाना,अचानक बुखार का आना और अचानक ही उतर भी जाना,किसी अच्छे काम को शुरु करते ही किसी न किसी प्रकार की बाधा का आजाना कुछ नही तो टेलीफ़ोन का ही बजने लग जाना और जब तक उसे उठाओ बन्द हो जाना,गलत नम्बर का बार बार आना,किसी महत्वपूर्ण बात को करने के समय किसी बेकार के व्यक्ति का आजाना और बात का पूरा नही हो पाना,किसी बडे सौदे के समय मे या तो अधिकारी का नही आना या खुद के परिवार की कोई दिक्कत का पैदा हो जाना,सोने वाले बिस्तर पर लाल या काली चींटियों का घूमने लग जाना,ओढने बिछाने वाले कपडो मे अजीब सी बदबू का आना शुरु हो जाना,त्वचा मे बिना किसी कारण के खुजलाहट होने लगना आदि बाते देखने को मिलती है तो सुलेमानी पत्थर को पहिनने से इनमे आराम मिलने लगता है। अक्सर यह भी देखा जाता है कि इस पत्थर को पहिन कर अगर कोई शमशान कब्रिस्तान या मौत वाले स्थान पर जाता है तो यह पत्थर अपनी शक्तियों से विहीन हो जाता है और बेकार हो जाता है,कारण ऐसे स्थानो पर शैतानी आत्मायें अधिक होती है और इस पत्थर मे उतनी ही ताकत होती है जितनी व्यक्ति के द्वारा इसे शक्तिवान किया जाता है। इस पत्थर के पहिनने से रात को खराब स्वप्न भी नही आते है आराम की नींद आती है भूख भी लगने लगती है। इसे काले रंग के धागे मे पहिना जाता है और बहुत ही संभाल कर रखा जाता है,कारण जब बुरी आत्माओं को परेशान करना होता है तो वे इस पत्थर को दूर करने के लिये दिमाग पैदा करने लगती है.

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