सोमवार, 12 मार्च 2018

्jyotish acharya Rajesh: लहसुनिया केतु रतन �� Catseye

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कर्म फल और ईश्वर

परमात्मा हमारे/मनुष्यों के कर्मों का फल स्वयं देने नहीं आता। वह ऐसी परिस्थिति और संयोग बनाता है, जहाँ मनुष्य को फल मिल जाता है। यूं कहें कि ...