शुक्रवार, 26 मार्च 2021

उच्च के ग्रह


्उच्च के ग्रह ््
सूर्य
सूर्य यानी पिता जिसने जीवन दिया। लग्न में उच्च का कर दिया।
           चन्द्रमा

फिर चन्द्रमा माता। द्वितीय भाव भोजन, परिवार। हो गया यहां उच्च का।

             राहु
फिर तीसरा भाव राहु भाई शारीरिक ग्रोथ, भावनाएं। सब कुछ बढ़ने लगी। हो गया राहु उच्च का।

              गुरु
फिर आये गुरु महाराज ज्ञान देने को चतुर्थ में। समझदारी, विवेक, विद्या। हो गए चतुर्थ में उच्च के।
            बुध      

अब बुध बाबू प्रतियोगिता में। हर चीज में प्रथम आने की चाह। हो गए बुध बाबू यहां उच्च के।
              शनि

अब आये शनि महाराज जिंदगी को बैलेंस करने के लिए। सप्तम में उच्च के। सोचने के लिए की क्या करना है जिंदगी में आगे।
             केतु

फिर केतु महाराज ने नवम में धर्म, उच्च कोटि की बुद्धि दे दी कि अब जीवन जी लिया आगे का क्या सोचा है।


मंगल
दसम में तो मंगल महावीर ने दिखा दिया अपने पराक्रम का दम उच्च का होक की कर्म किये जा फल की चिंता मत कर।

            शुक्र
ओर सबसे अंत मे नंबर आया शुक्र का की बहुत भोग, भोग लिया अब निर्वाण की तैयारी करो।




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