मित्रों 2024 के आखिरी चंद्र ग्रहण के 15 दिन बाद ही, साल का चौथा ग्रहण जो सूर्य ग्रहण होगा वो लगेगा। वैदिक पंचांग के अनुसार 2 अक्तूबर को सर्वपितृ अमावस्या है। इसे आश्विन अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। पितृ पक्ष का समापन सर्वपितृ अमावस्या के साथ होता है। प्रत्येक वर्ष आश्विन माह में कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर अमावस्या तिथि तक पितृ पक्ष मनाया जाता है। इस दौरान सूर्य ग्रहण 2 अक्तूबर को रात्रि 9 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा और इसकी समाप्ति रात 3 बजकर 17 मिनट पर होगी। भारत में इस समय रात रहेगी जिस वजह से आप सूर्य ग्रहण को नहीं देख पाएंगे।2 अक्तूबर को रात्रि के समय सूर्य ग्रहण लगेगा, जिसका असर भारत में नहीं दिखाई देगा। ऐसे में सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
रवि29 तारीख को सूर्य और केतु राहुकाल में एक ही डिग्रीपर कन्या राशि हस्त नक्षत्र पर 12° 26' 36" पर होगें 19अक्टूबर 2024 तक का समय बेहद संवेदनशील। राजनीतिक उथलपुथल व सत्ता पलटने के योग। नेता, सरकारी नौकर, बेरोक्रेट्स, रिस्टरोक्रेट्स व उच्च स्तर पर बैठे लोग सतर्क रहें। नौकरी जाने या किसी बड़े पर्दाफाश की संभावना। अभी से कुछ देशों के बीच चल रहा युद्ध बेहद हिंसक होगा। भारत व विश्व के वायव्य व उत्तर के क्षेत्र व समुद्र तटीय क्षेत्र में आपदा व आपातकालीन स्थिति के इलावा लोगों के रोजगार को प्रभावित करेगा। आगे पूरे विश्व के युद्ध के हालात बन सकते हैं
2026 तक विश्व में युद्ध के हालात भयंकर हो सकते हैं कहीं पर भूचाल भूकंप और सुनामी के हालात बन सकते है
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