गुरुवार, 29 अक्टूबर 2020

नवंबर में बदल रही है कई ग्रहों की स्थिति, जानें तिथि और प्रभाव।।जानते हैं कौन से ग्रहों की स्थिति में बदलाव हो रहाऔर उसका प्रभाव कैसा रहेगा

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नवंबर में बदल रही है कई ग्रहों की स्थिति, जानें तिथि और प्रभाव।।जानते हैं कौन से ग्रहों की स्थिति में बदलाव हो रहाऔर उसका प्रभाव कैसा रहेगा
 नवंबर का महीना त्‍योहारों की दृष्टि से भी बेहद महत्‍वपूर्ण है बल्कि इस महीने को ज्‍योतिष के लिहाज से भी बेहद खास माना जा रहा है। इस महीने कई ग्रहों की स्थि‍ति में फेरबदल होने जा रहा है और कुछ ग्रह मार्गी होने जा रहे हैं तो कुछ ग्रहों का गोचर देखने को मिलेगा। धनतेरस और दीपावली के चलते आर्थिक दृष्टि से यह महीना बहुत खास माना जा रहा है और ऐसे में ग्रहों का राशि परिवर्तन बड़ा प्रभाव डाल सकता है। आइए जानते हैं कौन से ग्रहों की स्थिति में बदलाव हो रहा है और इसका क्या प्रभाव हो सकता है।
  वक्री अवस्था में तुला राशि पर गोचर करते हुए 31 अक्टूबर शनिवार की रात्रि 11 बजकर 38 मिनट पर उदय हो रहे हैं। इस राशि पहले से ही सूर्यदेव विराजमान हैं इसलिए बुध के उदय होते ही फलित ज्योतिष में अति शुभफलदायक बुधादित्य योग का प्रभाव आरंभ हो जाएगा। जिन जातकों की जन्मकुंडलियों में ये शुभभाव में रहेंगे, उनके लिए अति शुभ फल कारक सिद्ध होंगे। नवंबर को ग्रहों के राजकुमार और सभी राशि के जातकों को बुद्धि प्रदान करने वाले बुध की राशि तुला में मार्गी होने जा रहे हैं. यानी सीधी चाल से चलना शुरू करेंगे. बुध की सीधी चाल को बहुत ही शुभ माना जाता है. इसके प्रभाव से कुछ जातक करियर और दांपत्‍य जीवन में सफलता प्राप्‍त करते हैं तो कुछ जातकों की रिलेशनशिप सुधर जाती है. वहीं इसके बाद 28 नवंबर को बुध वृश्चिक में गोचर करेंगे.
14,नवंबर को  सेनापति माने जाने वाले मंगल गुरु की राशि मीन में मार्गी होने जा रहे हैं, यानी सीधी चाल से चलना शुरू करेंगे. दीपावली पर यह मंगल की स्थिति में होने वाला यह बदलावा आर्थिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है. मंगल का यह बदलाव कुछ जातकों के लिए मंगलकारी होगा तो  को इससे नुकसान भी हो सकता है.यह अपकी कुंडली पर निर्भर है।
 ग्रहों का राजा माने जाने वाले सूर्यदेव 16 नवंबर को अपनी निच राशि छोड़ वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य देवता को करियर और समाज में मान सम्‍मान की दृष्टि से बेहद अहम माना जाता है. सूर्य की स्थिति में बदलाव का कुछ राशियों पर खासा प्रभाव पड़ सकता है. मंगल को वृश्चिक का स्‍वामी माना जाता है, इस वजह से इसे वृश्चिक को उग्र ग्रह की राशि माना जाता है. इस राशि में सूर्य का आना गोचर में काफी उथल-पुथल मचाने वाला साबित हो सकता ।
भौतिक सुख-सुविधाओं के साथ दांपत्‍य जीवन को प्रभावित करने वाले शुक्र अपनी ही राशि तुला में 16 नवंबर को प्रवेश करेंगे. शुक्र को प्रेम और रोमांस के मामले में भी काफी महत्‍वपूर्ण माना जाता है. वहीं इससे कुछ राशियों का यौन जीवन भी प्रभावित होता है. आपके ऊपर इस गोचर का क्‍या प्रभाव होता है, यह देखना जरूरी है.

करियर और संपत्ति प्रदान करने वाले गुरु 20 नवंबर को शनि की राशि मकर में जाने वाले हैं. मकर में गुरु के आने से मकर राशिओर लग्न के जातकों का करियर के मामले में भला हो सकता है तो वहीं अन्‍य जातकों को भी इससे लाभ हो सकता है. हालांकि गुरु और शनि को एक-दूसरे का विरोधी माना जाता है. ऐसे में गुरु का मकर में गोचर काफी महत्‍वूपर्ण माना जा रहा है.
मा- चंद्रमा का राशि परिवर्तन हर ढाई दिन में होता है। सभी ग्रहों में चंद्रमा ही एक ऐसा ग्रह है जो सबसे तेज गति से राशि परिवर्तन करता है।
केतु- इस महीने में राहु-केतु में कोई परिवर्तन नहीं होगा। राहु को अनैतिक कृत्यों का कारक भी माना जाता है। शनि के बाद राहु-केतु ऐसा ग्रह है जो एक राशि में लंबे समय तक रहता है। राहु को शनि से भी अधिक अशुभ परिणाम देने वाला ग्रह माना जाता है। दोनों ग्रह हमेशा वक्री अवस्था में रहते हैं। पूरे माह राहु वृष में और केतु वृश्चिक में रहेगा।

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