रविवार, 5 फ़रवरी 2017

मित्रो आज की पोस्टउन लोगो के लिऐ जो ज्योतिष सिख रहे है या जो ज्योतिष मे रुची रखते है पोस्ट थोङी लम्वी है ईस लिऐ क्षमा चाहुगाचन्द्रमा मन का कारक है केवल सोचने का काम करता है,जब सोच मे ही धोखा पैदा हो जाये तो धोखा देखना भी पडेगा और धोखा देकर काम भी करने का काम चन्द्रमा का होगा। लगन का चन्द्रमा राहु से ग्रसित हैतो ,हर सोच भ्रमित हो जायेगी,किसी का विश्वास करना तो दूर अपना खुद का भी विश्वास नही किया जा सकता । गति के पकडते ही आत्मविश्वास डगमगा उठेगा,गति भी बिगड जायेगी और जो कार्य होना था वह भी नही हो पायेगा। दूसरे भाव का चन्द्रमा जब भी अपनी गति मे आयेगा केवल सोच से ही कार्य करने के बाद धन की प्राप्ति को करने मे लगा रहेगा वह कार्य कभी सम्बन्ध के बारे मे भी सोच के लिये माना जा सकता है तो जीवन के सम्बन्धो के लिये भी माना जा सकता है। ख्याली जिन्दगी को जीने के लिये दूसरा चन्द्रमा काफ़ी है। एक भावना से भरा हुआ चेहरा और किसी भी बात को सोचने के लिये अचानक चेहरे का सफ़ेद होना इसी चन्द्रमा की निशानी है। पानी पी पी कर जीवन को निकाला जाना यानी गले का सूखना भी इसी चन्द्रमा के द्वारा माना जा सकता है। दोहरे सम्बन्ध को स्थापित कर लेना इसी चन्द्रमा के कारण होता है यानी पहले किसी सम्बन्ध ने धोखा दिया है तभी दूसरे सम्बन्ध के बारे मे सोचा जा सकता है अन्यथा नही। तीसरा चन्द्रमा भी अपनी गति को आसपास के माहौल से मानसिकता को लगाकर रखता है। कोई भी कुछ भी कह दे,अचानक आंसू निकलना इसी चन्द्रमा की निशानी है,कोई भी कहीं जाये उसके बारे मे आशंका का बना रहना कि वह कहां जायेगा कब आयेगा कैसे आयेगा कैसे जायेगा और इसी बात को जानने के लिये कई उपक्रम किये जायेंगे और इसी दौरान किसी भी कारक से धोखा मिल जायेगा। कहने सुनने के लिये आत्मीय सम्बन्ध बनाना और जब आत्मीय सम्बन्ध बन जाते है तो विश्वास का पूरा होना भी माना जाता है विश्वास भी वही करेगा जो आत्मीय हो और इसी आत्मीयता मे जब किसी भी प्रकार से धोखा मिलेगा तो समझ मे आयेगा कि आत्मीयता की कितनी औकात जीवन मे रह जाती है। चौथा चन्द्रमा वैसे भी दिमाग को आसपास के लोगो को जानने पहिचानने के लिये और हमेशा अपने को यात्रा वाले कारणो से जोड कर रखने वाला होता है,कभी कभी देखा जाता है कि ख्वाब इतने गहरे हो जाते है कि यात्रा मे अपने ही अन्दर की सोच लगाकर बैठे रहते है और अचानक जब ख्याल आता है तो कोई सामान या जोखिम को लेकर चलता हो जाता है फ़िर सिवाय और अधिक सोचने के कुछ भी सामने नही रहता है। एक बात और इस चन्द्रमा के बारे मे सोची जाती है कि व्यक्ति का प्रभाव आसपास के लोगो से अधिक होता है और जब भी कोई कैसी भी बात करता है तो उस व्यक्ति के बारे मे चिन्ता चलती रहती है कि आखिर उसने यह कहा क्यों ? यह बात भी होती है कि चौथा चन्द्रमा अपनी पंचम गति से अष्टम की बातो को अधिक सोचता है कि उसके पूर्वज कैसे थे क्या करते थे उसकी मान्यता कैसी थी वह मान्यता के अनुसार कितने शाही दिमाग से रहन सहन से अपने जीवन को बिताने के लिये चला करता था लेकिन जैसे ही पूर्वजो का आस्तिव समाप्त होता है अचानक केवल ख्वाब ही रह जाते है,इन पूर्वजो की मान्यता को समाप्त करने का कारण खुद के ही कार्य माने जाते है जैसे किसी ने कह दिया अमुक स्थान पर अमुक वाहन सस्ते मे मिल रहा है फ़िर क्या था जोर लगाकर उस वाहन को ले लिया गया और पता लगा कि वह वाहन कुछ ही समय मे कबाडा हो गया,यह सोच पूर्वजो के धन को समाप्त करने वाली और जो भी पास मे था उसे भी समाप्त करने के लिये केवल एक लोभ जो सस्ते के रूप मे था धोखा खाने के लिये काफ़ी माना जाता है पंचम का चन्द्रमा भी धोखा देने मे पीछे नही रहता है,किसी ने जरा सी बात की और अक्समात दिल उस पर आ गया और कुछ समय बाद सामने वाले के लिये कुछ भी करने के लिये तैयार हो जाना मामूली सी बात होती है। यह बात अक्सर पुरुष स्त्रियों के प्रति और स्त्री पुरुषों के प्रति जानबूझ कर करने वाले होते है। किसी ने भावुकता से भरा गाना गा दिया बस उसके साथ साथ आंसू चलने लग गये और सामने वाले ने तो अपने अनुसार केवल नौटंकी की थी और खुद जाकर उस नौटंकी का शिकार बन गये लोग अपनी व्यथा को लेकर आये और उस व्यथा के अन्दर यहघोखे का शिकार हो गऐ धोखा भी पांचवे चन्द्रमा के कारण ही माना जा सकता है छठे भाव का चन्द्रमा भी प्लान बनाकर काम करने के लिये अपनी गति को देता है लेकिन सौ मे से एकभी प्लान सफ़ल कभी नही होता है केवल रास्ता चलते जो काम होने वाले होते है वह हो जाते है और जो काम प्लान बनाकर किया जाता है वह नही होता है। सोचा था कि फला काम को अमुक समय पर कर लिया जायेगा और अमुक समय पर काम करने के बाद अमुक मात्रा मे धन आयेगा और अमुक मात्रा मे खर्च करने के बाद अमुक सामान की प्राप्ति हो जायेगी और उस सामान से अमुक प्रकार का कष्ट समाप्त हो जायेगा,पता लगा कि वह काम नही हुआ और बीच की सभी कडियां पता नही कहां चली गयी छठे भाव का चन्द्रमा मौसी और चाची का कारक होता है,अगर इनके प्रति सेवा भाव रखा जाये तथा खुद की माता की बीमारियों और रोजाना के कामो के बारे मे सहायता की जाये तो यह चन्द्रमा अच्छे फ़ल देने लगता है,इस चन्द्रमा को सफ़ेद खरगोश की उपाधि भी दी जाती है जो लोग खरगोश को पालने और उन्हे दाना पानी देने का काम करते है उनके लिये भी चन्द्रमा का सहयोग मिलता रहता है,छठे भाव का चन्द्रमा अपनी सप्तम द्रिष्टि से बारहवे भाव को देखता है बारहवा भाव नवे भाव का चौथा यानी भाग्य का घर होता है अगर धर्म स्थानो मे जाकर श्रद्धा से धार्मिक कार्य किये जाते रहे तो भी चन्द्रमा साथ देता है,नमी वाले स्थानो मे रहने से पानी के क्षेत्रो मे कार्य करने से यात्रा आदि के कार्यों मे कार्य करने से यह चन्द्रमा दिक्कत देने वाला बन जाता है.इस चन्द्रमा मे बुध का प्रभाव आने से माता को उनके मायके मे यानी ननिहाल मे सम्मान मिलता है अगर ननिहाल से बनाकर रखी जाये तो भी चन्द्रमा सहायक हो जाता है.छठे घर का चन्द्रमा के बारे मे कहा जाता है,कि जो भी प्रयत्न किया जाता है जो इच्छा पालकर कार्य किया जाता है सभी प्रयत्नो को असफ़ल कर देता है,"विकलं विफ़लं प्रयत्नं",लेकिन जो भी कार्य रास्ते चलते किया जाता है वह सफ़ल हो जाता है या थक कर जब कार्य को बन्द करने का मन करता है कार्य पूरा होने लगता है आदि बाते आती है,यह भाव श्रम करने के बाद जीविका चलाने के लिये अपनी योजना को देता है,जितना श्रम किया जायेगा उतना ही यह अच्छा फ़ल देगा,जितना आलस किया जायेगा उतना ही खराब फ़ल देगा.लोगों की सेवा करना और रोजाना के कार्यों को सुचारु रूप से समाप्त करना ही इस घर के चन्द्रमा का अच्छा उपाय है.मित्रो सबसे खतरनाक तो सातवे भाव का चन्द्रमा को माना गया है। शादी करने के बाद मिलने वाला धोखा ! बडी धूमधाम से शादी की गयी और यह सोचा गया कि पति या पत्नी आकर घर को सम्भालेगी,पता लगा कि पत्नी का पीछे किसी से अफ़ेयर था वह अपने साथ घर की जमा पूंजी भी लेकर चली गयी या पति जिसे यह माना था कि बहुत ही सदाचारी है भावनाओ को समझने वाला है सभी भावनाओ को समझेगा और पता लगा कि उसका पहले से ही कोई अफ़ेयर आदि चल रहा था और वह एक दिन लापता हो गया मिला तब जब उसके साथ एक दो बच्चे भी थे। इस चन्द्रमा के द्वारा लोगो को जो नौकरी करने वाले होते है उन्हे भी खूब बना दिया जाता है नौकरी करवाने वाला कहता है कि अमुक काम की ट्रेनिंग करनी है और उस ट्रेनिंग मे अमुख खर्चा होगा उस खर्चे को पहले दो विर नौकरी करो नौकरी भी ऐसी अच्छी होगी कि ट्रेनिंग के समय मे ही नौकरी करवाने वाला अपनी कम्पनी को बन्द कर के भाग जायेगा और आधी ट्रेनिंग और दिया गया रुपया खड्डे मे चला जायेगा इस प्रकार से समय भी बेकार हुआ और धन भी गया मानसिक शांति भी गयी साथ मे जो पढाई के कागज भी लिये गये थे फ़ोटो भी ली गयी थी वह भी गयी और पता नही किसकी आई डी बनाकर किस बैंक से कर्जा और लिया जायेगा अथवा कौन से मोबाइल की कौन सी सिम फ़र्जी आई डी से लेकर किसके के लिये किस प्रकार की बात की जायेगी और जब पकडा जायेगा तो वही कारण जो नौकरी के लोभ मे था सामने आयेगा। एक बात और भी इस चन्द्रमा के कारण बनती है कि माता भी अपनी राय को भावुकता मे देती है और जो भी काम बनने का होता है उसके अन्दर रिस्क लेने से साफ़ मना किया जाता है। बिना रिस्क के फ़ायदा और नुकसान और तजुर्बा भी कहां से मिलेगासप्तम का चन्द्रमा बुध और शुक्र के साथ होने से सास और उसकी बहिने या तो एक ही खानदान गांव या स्थान पर होसकती है साथ ही पत्नी और पत्नी की बहिन दूसरी माता से पैदा मानी जा सकती है,अथवा पत्नी का परिवार खेती आदि का काम करता है अथवा खेती सम्बन्धित फ़सलो का कारोबार करता है. आठवे भाव का चन्द्रमा भी अपने गति को देने परिणाम सामने आता है तो खारे पानी के तरह से आता है। गूढ बातो को अपनाने मे मन लगना अक्सर इसी भाव के चन्द्रमा के द्वारा होता है,कोई भी गुप्त कार्य किया जाना इसी चन्द्रमा के कारण से ही होता है। यह चन्द्रमा अक्सर चोर की मां के रूप मे काम करता है यानी चोर की मां पहले तो अपने पुत्र को बल देती रहती है कि शाबाश वह जिसका भी सामान चुरा कर लाया वह ठीक है जब उसका पुत्र पकड लिया जाता है तो वह कोने मे सिर देकर रोने के लिये मजबूर हो जाती है वह खुले रूप मे किसी के सामने रो भी नही सकती है। व्यक्ति की मानसिकता उन कार्यों को करने के लिये होती है जो गुप्त रूप से किये जाते है वह काम अक्सर बेकार की सोच से पूर्ण ही होते है वे कभी किसी के लिये भलाई करने वाले नही होते है,हां धोखे से भलाई वाले बन जाये वह दूसरी बात है। सोच मे उन्ही लोगो से काम लिया जाता है जो या तो मरे है या मर चुके है यानी मरे लोगों की आत्मा से काम करवाना अक्सर इस चन्द्रमा वाले लोग अपनी बातो को इस प्रकार से करते है कि वे किसी न किसी की नजर मे चढने के लिये मजबूर हो जाते है वे या तो दुश्मनी मे ऊपर हो जाते है या किसी के मन मे इस प्रकार से बस जाते है कि लोग उनसे सारे भेदो को जान लेने के लिये उनकी हर कीमत पर पहले तो सहायता करते है उन्हे मन से और वाणी से बहुत प्यार देने का दिखावा करते है जैसे ही उनकी सभी गति विधियों को प्राप्त कर लेते है वे अक्सर दूर हो जाते है और बदनाम भी करने लगते है। जब जब अष्टम चन्द्रमा से राहु अपनी युति मिलायेगा वह मानसिक तनाव अनजाने भय आदि के प्रति देगा,इसके उपाय के लिये अपने सामने लोगो से बात करने और परिवार से वैमनस्यता आदि को नही रखना चाहिये पराशक्तियों के प्रति खर्चा नही करना चाहिये ह्रदय सम्बन्धी बीमारी का ख्याल रखना चाहिये,गुप्त कार्य करना और सोचना तथा हमेशा यौन सम्बन्धो के प्रति ध्यान रखना भी स्वास्थ्य और जीवन के अमूल्य समय को बरबाद करना होता है,अक्सर कुये का पानी सोने वाले स्थान मे कांच की बोतल मे रखने से और विधवा माता जैसी स्त्रियों की सेवा करना फ़लदायी होता है. नवे भाव के चन्द्रमा का प्रभाव भी कम नही होता है लोग विदेश के लोगो से मानसिकता को लगाने के लिये देखे जाते है बाहर जाते है और अपने यहां की रीति रिवाजो को थोपने की कोशिश करते है जैसे ही उनकी चाल को लोग समझ लेते है फ़िर उनकी ही मानसिकता का फ़ायदा उठाकर उन्हे ही आराम से धोखा दिया जाता है अक्सर इस प्रकार के लोग अपने कार्यों से यात्रा वाले काम या कानून वाले काम या विदेशी लोगो से खरीद बेच के काम करते हुये देखे जा सकते है यही चन्द्रमा उन्हे अधिक पूजा पाठ या लोगो की धार्मिक भावनाओ से खेलने के लिये भी देखने मे आया है कभी कभी तो वे लोगों को इतना मानसिक रूप से बरबाद कर देते है कि लोग अपने घर द्वार को छोड कर उनके पास ही आकर बस जाते है लेकिन जब उन्हे सच्चाई का पता चलता है तो वे उनसे उसी प्रकार से नफ़रत करने लगते है जैसे कल का खाया हुआ जब आज लैट्रिन मे जाता है तो उसे छूना तो दूर बदबू की बजह से नाक भी बन्द करके रखनी पडती है। दसवे भाव का चन्द्रमा अक्सर जीवन के कार्यों के लिये दिक्कत देने वाला माना जाता है इस चन्द्रमा वालो को अपने पिता की गति का पता नही होता है और पिता की गति जब तक जातक को नही मिलती है तब तक जातक किसी भी लिंग का हो वह अपने को पराक्रम मे आगे नही ले जा पाता है वह माता के द्वारा या माता के स्वभाव पर चलने वाला होता है उसके अन्दर केवल घर की और रिस्तो वाली बाते ही परेशान करने के लिये होती है जब भी कोई बात होती है तो उसका ध्यान अलावा दुनिया के रिस्क लेने की अपेक्षा घर के लोगों के बीच मे ही उलझा रहना माना जाता है यह भी देखा गया है कि इस प्रकार के लोग अपनी शिक्षा मे या काम करने के अन्दर अपनी लगन इस प्रकार के लोगो से लगा लेते है जो इस बात की घात मे इन्तजार करने वाले होते है कि उन्हे कोई तीतर मिले जिसे अपनी शिकार वाली नीति से पंख उधेड कर काम मे लिया जा सके। अक्सर देखा जाता है कि इस चन्द्रमा वाले जातक कभी भी अपने पहले शुरु किये गये काम मे सफ़ल नही होते है जब उन्हे दूसरी बार उसी काम को करने का अवसर मिलता है तो वे समझ जाते है कि पहले उन्हे मानसिक रूप से समझ नही होने के कारण धोखे मे रखा गया था और उनका चलता हुआ काम पूरा नही हो पाया था वह काम अचानक शुरु कर देने के बाद वे सफ़ल भी हो जाते है लेकिन काम के मिलने वाले लाभ को वे या तो धर्म स्थानो मे खर्च करने के बाद अपने को दुबारा से चिन्ता मे ले जाते है या फ़िर किये जाने वाले खर्चे के प्रति अपनी सोच को कायम रखने के कारण अन्दर ही अन्दर घुलते रहते है।कुये के पानी की तरह से अपना काम करता है काफ़ी मेहनत करने के बाद कोई काम किया जाता है और जब काम से पैसा कमा लेता है है तो वो खर्च कर लेता है ग्यारहवा चन्द्रमा जब धोखा देने वाला होता है तो उसके लिये अक्सर दोस्त बनकर लोग उसे लूट खाते है जब भी कोई काम खुद का होता है तो दोस्त दूर हो जाते है और जब कोई काम दोस्तो का होता है तो अपनी भावनाओ से इस प्रकार से सम्मोहित करते है कि जातक जिसका ग्यारहवा चन्द्रमा होता है उनकी सहायता करने के लिये मजबूर हो जाता है वह मजबूरी चाहे जाति से सम्बन्धित हो या समाज से सम्बन्धित हो या किसी प्रकार के बडे लाभ की सोच के कारण हो,जब वापसी मे उस की गयी सहायता का मायना देखा जाता है तो उसी प्रकार से समझ मे आता है जैसे आशा दी जाये कि आने वाले समय मे बरसात होगी तो रेत मे पानी आयेगा फ़िर उसके अन्दर फ़सल को पैदा करने के बाद लिया गया चुकता कर दिया जायेगा। बारहवा चंद्रमा अक्सर दिमाग को पराशक्तियों की सोच मे ले जाता है आदमी का दिमाग इसी सोच मे रहता है कि आदमी मरने के बाद भी कही जिन्दा रहता है और रहता भी है तो वह क्या करता है यानी भूत प्रेत पर विश्वास करने वाला और इसी प्रकार की सोच के कारण वह आजीवन किसी न किसी प्रकार से ठगा जाता है,चाहे वह तांत्रिकों के द्वारा ठगा जाये या आश्रम बनाकर अपनी दुकानदारी चलाने वाले लोगों से ठगा जाये यह कारण अक्सर उन लोगो के साथ अवश्य देखा जाता है जिनके पास एक अजीब सोच जो उनके खुद के शरीर से सम्बन्ध रखती है देखी जा सकती है। लोग इस चन्द्र्मा से आहत होने के कारण बोलने मे चतुर होते है अपनी भावना को प्रदर्शित करने मे माहिर होते है उनकी भावना की सोच मे उस प्रकार के तत्व जान लेने की इच्छा होती है जो किसी अन्य की समझ से बाहर की बात हो। इस बात मे वे बहुत ही बुरी तरह से तब और ठगाये जाते है जब उन्हे यह सोच परेशान करती है कि योग और भोग मे क्या अन्तर होता है वे योग की तलास मे भटकते है और जहां भी बडा नाम देखा उनके सोच वही जाकर अटक जाती है लेकिन जब उनके सामने आता है कि रास्ता चलते मनचले और जेब कट की जो औकात होती है वही औकात उनके द्वारा सोचे गये और नाम के सहारे चलने वाले व्यक्ति के प्रति होती है तो वे अक्समात ही विद्रोह पर उतर आते है। और विद्रोह पर उतरने के बाद ऐसा भी अवसर आता है जब उन्हे इन बातो से इतनी नफ़रत पैदा हो जाती है कि वे किसी भी ऐसे स्थान को देखने के बाद खुले रूप मे गालिया दे या न दें लेकिन मन ही मन गालियां जरूर देते देखे गये बारहवा चन्द्रमा राशि के अनुसार और अन्य ग्रहों की द्रिष्टि से अपने फ़ल को देता है,मन के भाव से नवा भाव होने से श्रद्धा वाले स्थान पर चन्द्रमा के होने से जिस भी कारक की तरफ़ श्रद्धा होती है यहीं से पता किया जाता है,मन की श्रद्धा से जो खर्चा यात्रा या किसी भी कार्य को किया जाता है वह यहीं से चन्द्रमा के अनुसार ही देखा जाता है वायु का घर होने के कारण अगर चन्द्रमा इस भाव मे है तो हवाई यात्राओं की अधिकता होती है अगर केतु से सम्बन्ध होता है और त्रिक राशि का सम्बन्ध भी होता है तो फ़ांसी जैसे कारण भी बन जाते है चौथा मंगल अगर अष्टम राहु से ग्रसित होकर इस भाव के चन्द्रमा को देखता है तो जेल जाने या बन्धन मे रहने के कारण को भी पैदा करता है और भूत दोष के कारण शरीर को अस्पताल मे भी भर्ती रखने के लिये अपनी युति को देता है अगर चौथे भाव मे बुध शनि का योग हो तो यह चन्द्रमा अधिक कामुकता को भी देता है और बातो मे एक वाचालता का कारण भी पैदा करता है,जिसके अन्दर पुरानी बातो का ख्याल अधिक रखा जाता है मित्त्रो मन (चन्द्रमा) नीची सोच रखता है तो अच्छी शिक्षा और अच्छे सम्बन्ध (उच्च का गुरु) किसी काम का नही है,"मन के हारे हार है मन के जीते जीत,मन से होती शत्रुता मन से होती प्रतीति मित्रो अगर आप मे से कोई अपनी समस्या का उपाय चाहता है या कुणङली वनवाना या दिखाना या फोन पर अपनी कुणङली की विवेचना चाहते है तो सम्पर्क करे मित्रो हमारी services paid है अगर अच्छी क्वालिटी के रतन लैव टेस्ट रिपोर्ट कार्ङ के साथ मंगवाना चाहते है तो ईन नम्वरो पर सम्पर्क करे 0914481324 07597718725

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