शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2019

ज्योतिषी ओर राहु

कहा जाता है कि लोहा हमेशा लोहे को काटता है उसी प्रकार से जो भी कारण जीवन मे पैदा होते है वह राहु के द्वारा ही पैदा होते 

है,राहु अगर तकनीकी पहलू मंगल की सहायता से दे दिया जाता है वह भी केन्द्र त्रिकोण मे तो राहु मंगल बजाय खराब असर देने के और अधिक बढोत्तरी देने लग जायेंगे और त्रिक भाव या पणफ़र भाव में राहु मंगल की युति को ले लिया गया तो समस्या बजाय घटने के और भी बढने लगेगी। राहु की सीमा नही है कितना कष्ट दे सकता है या कितनी ऊंचाई पर ले जा सकता है,जैसे हाथी का भरोसा नही है कि वह कब बल पूर्वक अच्छे काम करता है और कब बिगडने पर गली की गली साफ़ करने के लिये अपनी शक्ति को प्रयोग मे ला सकता है। राहु शुक्र की युति मिलने का समय आता है व्यक्ति के अन्दर प्रेम रोग का भूत सवार हो जाता है उसे अपनी दुनिया समझ मे ही नही आती है,अगर उसी युति को मंगल की सहायता से मिला लिया जाये तो वह भूत बजाय बिगाडने के ऊंची ऊंची पोजीसन भी दिलवा सकता है जितना है उससे करोडों गुना बढा भी सकता है। राहु गुरु की युति आती है आम आदमी भी अपने को शहंशाह समझने लगता है उसे लगता है कि उसके सामने उसकी बुद्धि के जैसा कोई नही है वह तर्क वितर्क से अपने प्रभाव देना शुरु कर देता है उसे एक गंदगी मे भी सोना नजर आने लगता है वह धर्म और शिक्षा के अलावा रिस्ते आदि मे अपनी सीमा को तादात से अधिक बढाने लगता है अगर साथ मे मंगल को लिया गया है तो वह इन्ही कारणो मे तकनीकी कारण देखने के बाद उस क्षेत्र मे अपने को नाम और यश के रास्ते ले जायेगा और मंगल की युति नही ली है या केवल शुक्र का सहारा लिया है तो धन और वैभव मे तो आगे बढ जायेगा सुरा सुन्दरी की प्राप्ति तो हो जायेगी लेकिन जैसे ही राहु गुरु का असर समाप्त हुआ उसके अपने ही लोग उसे ले डूबेंगे।कुछ भी अजब व गजब कर स्वयं को सर्वश्रेष्ठ घोषित कर पाखण्ड फैलाकर लोगो की आस्था को बेचने वाले ज्योतिषियो के मानसिक विकार का फल है राहुज्योतिष के मामले में राहु अपनी चलाने के चक्कर में ग्रह और भावों को गलत बताकर भय देने के बाद पूंछने वाले से धन या औकात को छीनने का कार्य करता है.| आपने देखा होगा की कुछ लोग फेसबुक पर अपना नम्बर देते है और फिर बोलते है की आपका ये ग्रह खराब है ऐसा करे नही तो आपका बहुत बुरा होगा और इस दोष को दूर करने के लिय इतने हमे दें वो भी साक्षात राहू का ही कार्य कर रहे होते है |आपने कुछ ज्योतिष्यों के स्टेट्स पढ़े होंगे जिनमे वो लिखते है की वो हर रोज 200 २५० काल रिसीव करते है १०० से उपर कुंडलिया देखते है और मेसेज का पता ही नही कितने को जवाब देते है जहां तक हमे पता है की असलियत  जीवन में ऐसा सम्भव नही है क्योंकि ऐसा किसी मानव के बस का कार्य तो होता नही उपर से facebook पर हर रोज कई पोस्ट भी करते है और उन पर आये पोस्ट का जवाब भी देते है , फिर भी वो अपनी कुटिलता का जाल फैलाकर लोगोंको को उलझा लेते है और ये सब भी राहू की ही करामात है | मिनटों में आपकी समस्या का हल करने वाले भी राहू के ही समान है | जिस प्रकार राहू ने छल कपट से अमृत का पान किया था इसी प्रकार इन लोगों का उद्देश्य भी अपने प्रपंच द्वारा लोगो को लूटना होता है जो लोग फेक id बनाकर फेसबुक पर है और अपनी असली pic की जगह किसी अन्य की pic लगाते है उनमे भी राहू की ही सिफत छुप्पी हुई होती है क्योंकि राहू ने भी रूप बदलकर अमृत पान किया था  बिना किसी कारण के किसी की पोस्ट पर जाकर बकवास करना या अश्लील पोस्ट करना भी खराब राहू वाले के ही लक्ष्ण है | मित्रों राहू में अवगुण है तो इसमें गुण भी है इसिलिय कहा जाता है की जिसे राहू तारे उसे कौन मारे | जीवन में होने वाले अविष्कार राहू की ही दें होते है | अचानक से मिलने वाली सफलता भी राहू की ही दें है जैसे की अचानक से कोई आदमी किसी विशेष कारण से प्रसिद्ध हो जता है सभी न्यूज़ चैनल न्यूज़ पपेर में उसी की चर्चा होती है चाहे ये प्रिसिधि उसे किसी अच्छे या बुरे किसी भी कार्य के लिय मिली हो लेकिन राहू द्वारा दी गई ऐसी प्रसिधी ज्यादा दिन नही चलती और लोग कुछ ही दिनों में उसे भूल जाते है | राजनीति में किसी नेता को अचानक से मिलने वाली भारी भरकम सफलता के पीछे भी राहू ही होता है जैसा की आपको पता है की छल कपट राजनीति का अहम हिस्सा होता है |

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