मित्रों आज एक कुंडली पर चर्चा करते हैयदि जातक बचपन से रोगी हो जाये, तो यह उसके पूर्व जन्म का ही
फल होता हैं मनुष्य बुरे कर्म जानकर या अनजाने में करता है "बोया प्रैड़ बबूल का आम कहौं से खाये ।" फिर उसका नया ज़न्म होता है संसार मे जन्म लेकर आते ही रोग उसे दबोच लेते हैं l ऐसो ही यह कहानी है I लग्न में मंगल स्थित है । मंगल अष्टमेश है । खरबूजा चाकू पर गिरे श चाकू खरबूजे पर, कटता खरबूजा ही है । यहां चाकू (अष्टमेश) लग्न ने हैं; वक्री शनि, जो पंचमेश है, वह पंचम भाव, जो पेट का होता है, उसमे रोग होने का संकेत करता है i केतु 4-25 की दूष्टि सूर्य 3-50, बुध व शुक्र 3-52 धर है राहु क्री दृष्टि पंचमेश शनि तथा चन्द्रमा पर है t नवांश में केतु सूर्य व शुक्र के साथ हैं राहु चन्द्र तथा बुध के साथ है इस कारण इसका बचपन से पेट ख्याल रहता राहु की विशेष कृपा कै कारण हमेशा पेट की पीड़ा कै क्या उससे प्तम्बन्धित दवायें खानी पडती हैं I इस प्रकार गत 10 वर्षो से पेट की पीडा जाने का नाम ही नहीं ले रही सभी औषधियों के सेवन से
तंग आकर इसका परिवार ंमिला तब उन्हें ये उपाय वता दिया गया
200 पूडियां तथा आलू की सब्जी प्रति सप्ताह गरीबो क्रो दान करें । ओर 2 किलो सूजी का हलवा प्रति सप्ताह बांटे। 3.100 मौसमी प्रति सप्ताह दान करे । कुछ और उपाय करवाये
इसके अतिरिक्त भोजन में उन्हें पपीता खाने का परामर्श दिया गया
साथ ही हवन यज विशेष ओषघ युक्त सामग्री से करने के लिए कहा गया जैसे ही पूर्व जन्म के ऋण क्री वापसी हो गई यह वच्चा बिना औषधि के दो मास मेँ स्वस्थ हो गया
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आचार्य राजेश (ज्योतिष,वास्तु , रत्न , तंत्र, और यन्त्र विशेषज्ञ ) जन्म कुंडली के द्वारा , विद्या, कारोबार, विवाह, संतान सुख, विदेश-यात्रा, लाभ-हानि, गृह-क्लेश , गुप्त- शत्रु , कर्ज से मुक्ति, सामाजिक, आर्थिक, राजनितिक ,पारिवारिक विषयों पर वैदिक व लाल किताबकिताब के उपाय ओर और महाकाली के आशीर्वाद से प्राप्त करें07597718725-०9414481324 नोट रत्नों का हमारा wholesale का कारोबार है असली और लैव टैस्ट रत्न भी मंगवा सकते है
शनिवार, 27 जनवरी 2018
पेट रोग ओर ज्योतिष मे उपाय
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