आचार्य राजेश (ज्योतिष,वास्तु , रत्न , तंत्र, और यन्त्र विशेषज्ञ ) जन्म कुंडली के द्वारा , विद्या, कारोबार, विवाह, संतान सुख, विदेश-यात्रा, लाभ-हानि, गृह-क्लेश , गुप्त- शत्रु , कर्ज से मुक्ति, सामाजिक, आर्थिक, राजनितिक ,पारिवारिक विषयों पर वैदिक व लाल किताबकिताब के उपाय ओर और महाकाली के आशीर्वाद से प्राप्त करें07597718725-०9414481324 नोट रत्नों का हमारा wholesale का कारोबार है असली और लैव टैस्ट रत्न भी मंगवा सकते है
शुक्रवार, 23 जून 2017
तंत्र क्या ऊर्जा को एक नकारात्मक रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे किसी पर काला जादू करना या तंत्र करना ? आपको यह समझना होगा कि ऊर्जा सिर्फ ऊर्जा होती है, वह न तो दैवी होती है, न शैतानी। आप उससे कुछ भी बना सकते हैं – देवता या शैतान। यह बिजली की तरह होती है। क्या बिजली दैवी या शैतानी, अच्छी या बुरी होती है? जब वह आपके घर को रोशन करती है, तो वह दिव्य होती है। एक वेद, अथर्ववेद सिर्फ सकारात्मक और नकारात्मक चीजों के लिए ऊर्जाओं के इस्तेमाल को ही समर्पित है। अगर वह एक इलेक्ट्रिक चेयर बन जाती है, तो वह शैतानी होती है। यह बस इस बात पर निर्भर करता है कि उस पल उसे कौन संचालित कर रहा है। असल में, पांच हजार साल पहले, अर्जुन ने भी कृष्ण से यही सवाल पूछा था‘उनका यह कहना है कि हर चीज एक ही ऊर्जा से बनी है और हरेक चीज दैवी है तो , ‘ईश्वर निर्गुण है, दिव्यता निर्गुण है। उसका अपना कोई गुण नहीं है।’ इसका अर्थ है कि वह बस विशुद्ध ऊर्जा है। आप उससे कुछ भी बना सकते हैं। जो बाघ आपको खाने आता है, उसमें भी वही ऊर्जा है और कोई देवता, जो आकर आपको बचा सकता है, उसमें भी वही ऊर्जा है। बस वे अलग-अलग तरीकों से काम कर रहे हैं। जब आप अपनी कार चलाते हैं, तो क्या वह अच्छी या बुरी होती है? वह आपका जीवन बना सकती है या किसी भी पल आपका जीवन समाप्त कर सकती है, है नअगर ऊर्जा का सकारात्मक इस्तेमाल है, तो नकारात्मक इस्तेमाल भी है। एक वेद, अथर्ववेद सिर्फ सकारात्मक और नकारात्मक चीजों के लिए ऊर्जाओं के इस्तेमाल को ही समर्पित है। मगर मैंने यह देखा है कि अक्सर ये चीजें मनोवैज्ञानिक या ज़हनी होती हैं। यह थोड़ी-बहुत मात्रा में हो सकती मगर केवल दस फीसदी असली चीज होगी। बाकी आप खुद ही अपने आप को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसी कला ।ऐसा विज्ञान जरूर है, जहां कोई अपनी ऊर्जा का नकारात्मक इस्तेमाल करके किसी और को नुकसान पहुंचा सकता है। क्यों होता है यह भगवान शिव ने तंत्र विद्या का प्रयोग करने के लिए कई शर्तें निर्धारित की हैं। यदि कोई किसी की हत्या कर देता है, किसी की संपत्ति का हरण करता है, किसी की पत्नी का हरण करता है या कुछ और, तब ही तंत्र विद्या का प्रयोग किया जा सकता है। महिलाओं पर तंत्र विद्या का प्रयोग करने की मनाही है। लेकिन, कुछ लोग इन विद्याओं का दुरुपयोग करते हैं। यदि कभी किसी का मजाक उड़ाया गया हो या उसके मां-बाप आदि से किसी की दुश्मनी है, तब भी कुछ लोग तंत्र विद्या का प्रयोग कर देते हैं। कई बार किसी के शरीर पर दूसरी आत्माओं का प्रवेश कराने के लिए भी ऐसा होता है। पूर्व जन्म की दुश्मनी या जमीन-जायदाद के झगड़े में भी ऐसा किया जाता है। हर व्यक्ति के आस-पास एक सुरक्षा घेरा होता है जिसे तेज या औरा कहते हैं। कई बड़े संतों की चित्रों में यह तेज स्पष्ट तौर पर दिखाई देता है। कई बार कुछ गलत काम करने से यह तेज समाप्त हो जाता है। यदि आप किसी ठग या पथभ्रष्ट तांत्रिक के पास जाते हैं तो उसके गलत प्रयोग से यह हो सकता है। अक्सर लोग परेशान होने के बाद मदद के लिए किसी के पास जाते हैं। यदि वह व्यक्ति योग्य नहीं है तो वह आपको और परेशानी में डाल सकता है। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में ऐसी चीजों से निपटने के लिए हजारों तरीके मौजूद हैं। हर एक तरीके की अपनी विशेषता है। फिर भी कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखें तो यह समस्या दूर हो सकती है। सुरक्षित रहें, अंधविश्वास से बचें। अपने ईष्ट में पूरा विश्वास रखें। एक भगवान ही है जिसकी ताकत के सामने किसी की नहीं चलती। यदि आपकी पुकार उसके पास पहुंच गई तो फिर आपकी परेशानी हर हाल में दूर होगी। भगवान की पूजा कर उनका कोई प्रतीक जैसी मौली, माला आदि पहन लें। इससे आपका विश्वास जगेगा। यदि इन चीजों पर आपका भरोसा नहीं है तो जैसे ही कोई अंदेशा हो, अपने ईष्ट का नाम मन में जपना शुरू कर दें। - किसी दूसरे का दिया हुआ कुछ नहीं खाएं। खास कर मीठा, पान, लौंग-ईलायची, ईत्र आदि से परहेज करें। कुंवारी लड़कियों को अपने बाल खुले नहीं रखने चाहिए। मासिक धर्म के खून लगे कपड़े को ऐसी जगह नहीं फेंकें जहां से कोई उसे उठा ले।अपने पहने गए कपड़ों, बाल, नाखून या किसी भी वस्तु को दूसरे के हाथों में किसी कीमत पर नहीं जाने दें। इसी कारण यह नियम है कि रात में कपड़ों को बाहर सूखने के लिए नहीं छोड़ा जाता है। किसी का उपहास ना करें। किसी को कटु वचन नहीं बोले यदि आप शादीशुदा महिला हैं तो जिस साड़ी में आपकी शादी हुई है, उसका एक धागा भी किसी के पास नहीं जाने दें। रुद्राक्ष धारण करना भीइन चीजो से बचाव का एक अच्छा उपाय है घर में गोमूत्र का छिड़काव करना भी अच्छा रहता है कुछ जड़ी बूटियोंऐसी होती है जिन को मिला कर घुनी या घुप वना ले जिसे से जला लें जिस को जलाने से घर में यह शक्तियां अपना असर नहीं कर पाती आचार्य राजेश
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