रविवार, 12 मार्च 2017

होली की हर्षित बेला पर, खुशियां मिले अपार। यश,कीर्ति, सम्मान मिले, और बढे सत्कार।। शुभ रहे हर दिन हर पल, शुभ रहे विचार। उत्साह बढे चित चेतन में, निर्मल रहे आचार।। सफलतायें नित नयी मिले, बधाई बारम्बार। मंगलमय हो काज आपके, सुखी रहे परिवार।। आप और आपके परिवार को "होली की ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं".

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कर्म फल और ईश्वर

परमात्मा हमारे/मनुष्यों के कर्मों का फल स्वयं देने नहीं आता। वह ऐसी परिस्थिति और संयोग बनाता है, जहाँ मनुष्य को फल मिल जाता है। यूं कहें कि ...