आचार्य राजेश (ज्योतिष,वास्तु , रत्न , तंत्र, और यन्त्र विशेषज्ञ ) जन्म कुंडली के द्वारा , विद्या, कारोबार, विवाह, संतान सुख, विदेश-यात्रा, लाभ-हानि, गृह-क्लेश , गुप्त- शत्रु , कर्ज से मुक्ति, सामाजिक, आर्थिक, राजनितिक ,पारिवारिक विषयों पर वैदिक व लाल किताबकिताब के उपाय ओर और महाकाली के आशीर्वाद से प्राप्त करें07597718725-०9414481324 नोट रत्नों का हमारा wholesale का कारोबार है असली और लैव टैस्ट रत्न भी मंगवा सकते है
बुधवार, 22 अगस्त 2018
पंच महापुरुष योग
मित्रो पञ्च महापुरूष योग की चर्चा करते हैयह किस प्रकार अलग-अलग लग्नों में घटित होते है :-
१. हँस योग -यदि गुरू उच्च राशि कर्क अथवा स्वराशि धनु अथवा मीन राशि में केंद्र में होतो यह योग बनता है , यह योग स्थिर लग्नों अर्थात वृषभ , सिंह, वृश्चिक, या कुम्भ लग्नों की कुंडलियों में नहीं बनता है। निम्नानुसार लग्नों में स्थित भावों में गुरू होने से हँस नामक पञ्च महापुरूष नामक योग बनता है।
१. मेष लग्न -चतुर्थ भाव में कर्क राशि में।
२. मिथुन लग्न -धनु राशि या मीन राशि में स्थित गुरू से।
३. कर्क लगन में -कर्क राशि में लग्न में स्थित होने से।
४. कन्या लग्न- चतुर्थ भाव में धनु राशि अथवा सप्तम भाव में मीन राशि में हो तो.
५. तुला लग्न में - दशम भाव में कर्क राशि में।
६. धनु लग्न- लग्न में अथवा चतीर्थ भाव में गुरू हो तो।
७. मकर लग्न- सप्तम भाव में कर्क राशि का गुरू हो तो।
८. मीन लग्न- दशम में धनु का अथवा लग्न में मीन राशि का गुरू होतो यह योग होता है
हँस योग का - फल जिस जातक की कुंडली में यह योग होता है वह जातक स्वस्थ, सुन्दर. प्रशंसित , न्यायप्रिय , आकर्षक, सफलता पाने वाला होता है। मृत्यु के बाद भी यह लोकप्रिय रहता है।आचार्य राजेश
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